पूर्वांचल में कोरोना का कहर तेज, दस दिन में तीन और तीन दिन में 15 नए मामले आए
पूर्वांचल में कोरोना का कहर अचानक तेज हो गया है। ज्यादातर मामला तबलीगी जमात से जुड़े लोगों के संक्रमित होने के कारण सामने आ रहा है। दस दिन में पूर्वांचल के दस जिलों में केवल तीन ही मामले थे। पिछले तीन दिनों में 15 नए मामले सामने आ गए हैं। इससे यहां कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 18 हो चुकी है। अब तक कोरोना ने पूर्वांचल के पांच जिलों को अपनी चपेट में ले लिया है।
शनिवार की शाम तक गाजीपुर और वाराणसी में पांच-पांच लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी थी। आजमगढ़-जौनपुर में तीन-तीन और मिर्जापुर में दो-पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। इन 18 में 14 मामले तबलीगी जमात से जुड़े हैं। चार अन्य लोगों में कोरोना खाड़ी देशों से सीधे पहुंचा है। यह लोग वहां काम करने के कारण कोरोना से संक्रमित हुए। राहत की बात इतनी है कि वाराणसी और जौनपुर में मिले पहले दो मामले अब निगेटिव हो गए हैं। दोनों को डिस्चार्ज करने की तैयारी भी चल रही है। इनके परिवारों की भी रिपोर्ट निगेटिव आई थी।
पूर्वांचल में सबसे पहला मामला वाराणसी में 25 मार्च को सामने आया। दुबई से लौटे फूलपुर क्षेत्र के एक 30 वर्षीय युवक में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई थी। सऊदी अरब में दुबई और अबुधाबी के बीच संचालित एक क्रूज में रसोइया युवक 17 मार्च को दिल्ली पहुंचने के बाद 18 मार्च को वाराणसी आया। खांसी और जुकाम के कारण उसने 19 मार्च को पांडेयपुर स्थित दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल में जांच कराई। दो दिन बाद 21 मार्च को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसी पॉजिटिव रिपोर्ट के कारण वाराणसी में 22 मार्च के जनता कर्फ्यू के अगले ही दिन 23 मार्च से लॉकडाउन का फैसला कर लिया गया था।
वाराणसी में पूर्वांचल का पहला मामला सामने आने के 48 घंटे बाद ही जौनपुर से भी पहला पॉजिटिव मामला सामने आ गया। शहर कोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ले का रहने वाला युवक 15 मार्च को सऊदी अरब से लौटा था। इसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी तो जांच कर सैंपल बीएचयू भेजा गया। 23 मार्च को वहां से रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इन्हीं दोनों युवकों की रिपोर्ट फिलहाल निगेटिव आ जाने से परिवार और प्रशासन दोनों ने राहत की सांस ली है।
पूर्वांचल का तीसरा और वाराणसी का दूसरा मामला 28 मार्च को सामने आया। वाराणसी के शिवपुर का 30 वर्षीय युवक 20 मार्च को शारजाह से वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचा था। एयरपोर्ट पर निर्देश मिलने के बाद घर में ही पूरी तरह क्वारंटाइन रहा। यहां तक कि पत्नी को तीन दिन पहले प्राइवेट हॉस्पिटल में डिलीवरी हुई तो वहाँ भी नही गया। 26 मार्च को गले में खराश शुरू हुई तो जिला अस्पताल में दिखाने गया। 27 मार्च को उसका सैंपल बीएचयू भेजा गया और 28 को रिपोर्ट पॉजिटिव आई। युवक की परिवार के लोगों की भी जांच की गई। सभी की रिपोर्ट निगेटिव रही।
पूर्वांचल में एक अप्रैल तक केवल तीन ही मामले सामने आए थे। इसके बाद तबलीदी जमात की मरकज से लौटे लोगों की जांच शुरू हुई तो अचानक मामलों में तेजी से बढ़ोतरी शुरू हो गई। दो अप्रैल की सुबह पहले गाजीपुर में एक मामला सामने आया। उसी दिन शाम होते होते जौनपुर से दो मामले पॉजिटिव आ गए। अगले दिन तीन अप्रैल यानी शुक्रवार को वाराणसी और आजमगढ़ में एक साथ तीन-तीन मामले सामने आए। शनिवार की सुबह मिर्जापुर और गाजीपुर से दो-दो मामले सामने आने के बाद शनिवार की शाम गाजीपुर में दो औऱ पॉजिटिव केस आ गए। इससे संख्या बढ़कर 18 हो गई। तबलीगी जमात से जुड़े करीब 30 से ज्यादा सैंपलों की रिपोर्ट अभी आनी है। ऐसे में माना जा रहा है कि मामला अचानक और बढ़ सकता है। सभी पॉजिटिव लोगों से जुड़े परिजनों की भी सैंपलिंग कराई जा रही है।